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HTML एक MarkUp Language है, जिसे वेब
डॉक्युमेंट (वेब पेज) बनाने के लिए विकसित किया गया है।
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HTML का इतिहास |
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HTML
का विकास 90 के दशक में हुआ था
और निरंतर जारी है, HTML एक
लगातार विकास करने वाली भाषा है। HTML
को टिम
बर्नर्स ली (Tim Berners Lee)
द्वारा विकसित किया गया था। HTML
इसका प्राथमिक संस्करण है। यह
संस्करण SGML –Standart
Generalized Markup Language का
रूप था। इसके द्वारा टेक्स्ट को Structure
किया जा सकता था। इसके लिए कुछ Tags
का निर्माण किया गया था और इस
संस्करण का कोई नाम नही था इसे सिर्फ HTML
कहा गया। लेकिन HTML
के अगले संस्करणो के नाम थे।
इसलिए सुविधा के लिए इस संस्करण को HTML
1।0
भी कहा जाता है। इसे क्रमानुसार HTML
1।0,
HTML 2।0,
HTML 3।2
आदि से पहचाना जाता है।
वर्तमान
समय में HTML को
एक संस्था “World Wide
Web Consortium (W3C)” द्वारा
नियंत्रित किया जाता है।
W3C वेब के
दीर्घकालिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए मानक (Standards) विकसित करता है। HTML
का विकास क्रम निम्नानुसार है :
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HTML का उपयोग |
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HTML वेब का आधार है। इसके
बिना वेब पेज के निर्माण की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। HTML डॉक्यूमेंट बनाने के
अलावा इसका अन्य उपयोग भी किया जाता है।
वेब पेज डेवलपमेंट (Web Page Development) : HTML का उपयोग वेब पेज को बनाने के लिए किया जाता है, जो इन्टरनेट पर
प्रदर्शित होते हैं। वेब पेज में हाइपरलिंक्स सहित HTML टैग्स का एक सेट होता
है जो अन्य पेजों से कनेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है।
नेविगेशन (Navigation) : यह HTML के सबसे महत्वपूर्ण
उपयोगों में से एक है। नेविगेशन हाइपरटेक्स्ट की अवधारणा का उपयोग करके अन्य वेब
पेज को संदर्भित करता है और जब उपयोगकर्ता इस पर क्लिक करते हैं, तो संदर्भित पेज नेविगेट
होगा। HTML का उपयोग वेब पेजों
के भीतर हाइपरलिंक को एम्बेड करने के लिए किया जाता है।
रिस्पोंसिव ग्राफ़िक्स
का प्रयोग : HTML के अनुप्रयोगों में
प्राथमिक स्तर पर छवियों का उपयोग करने के लिए img टैग उपयोग किए जाते
हैं। उपयोगकर्ता किसी छवि को कैसे प्रस्तुत करेगा, इसके लिए विभिन्न प्रकार इमेज
टैग्स का उपयोग किया जा सकता है।
API (Application
Programming Interface) का प्रयोग : HTML5 में कई नई क्षमताएं शामिल हैं जैसे फ़ाइल
सिस्टम, जियोलोकेशन, ड्रैग एंड ड्रॉप, ईवेंट हैंडलिंग, क्लाइंट-स्टोरेज आदि।
इनका उपयोग HTML5 में नए एपीआई (API) के साथ किया जा सकता है।
गेम डेवलपमेंट (Game Development) : HTML 5 की नई विशिष्टताओं के साथ गेम डेवलप संभव हो
गया है, जो पहले फ्लैश और
सिल्वरलाइट के द्वारा किया जाता था। इसके लिए एपीआई का उपयोग किया जाता है।
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